अल्लामा इक़बाल का शेर की लाइनें प्रतापगढ़ की मिट्टी के इन छात्रों पर सटीक बैठती है—
"ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ।
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ।।"
प्रतापगढ़ के उस गांव में जहां कभी मामूली से स्कूल नहीं हुआ करते थे और वहां पर बच्चे स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हासिल करने में असमर्थ रहते थे आज वहीं गांव से निकलकर बच्चे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे बड़े यूनिवर्सिटी में दाखिला पा रहे हैं यह उन गांव में स्थापित किए गए फलाह वेलफेयर सोसाइटी की तरह अन्य फाउंडेशन ट्रस्ट जो निरंतर शिक्षा और गरीब परिवारों की मदद में आगे आकर उनके बच्चों को उच्चतम तालीम दिलाने में हमेशा आगे रहते हैं इसका नतीजा हम आज कक्षा छठवीं की प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रानीगंज के विष्णुपुर कला ग्रामसभा के इकरा पब्लिक स्कूल के आबू साद पुत्र श्री आजाद अली और एमकेजीएन स्कूल शीतलागंज में पढ़ रहे दीवानगंज के टॉप टेन में सातवीं रैंक प्राप्त करने वाले छात्र मोहम्मद जैद पुत्र श्री शमशाद अहमद जसे सैकड़ों छात्र छात्राओं को अलफलाह वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से मिल रही शैक्षिक सुविधाओं ने सिर्फ दाखिला ही नहीं बल्कि प्रथम स्थान के साथ टॉपर बनना भी संभव हुआ है ये सोसाइटी के निदेशक सलमान गौरी के अथक प्रयासों ने सफलता का नया इतिहास रचा है। इन्होंनेे बताया कि प्रवेश परीक्षा में चार विद्यार्थियों को सफलता मिली है । अबूसाद, मो. जैद, के साथ यूसुफ पठान और मो. जुनैद को सफलता मिली है , उन तमाम अभिभावकों और अध्यापकों का आभार भी
जताया ।।
अलफ़लाह वेलफेयर सोसाइटी के लिए मजरूह सुल्तानपुरी का शेर बिलकुल सही साबित हुआ।।
"मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर ।
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया।।"
विगत वर्ष भी अल्–फलाह ए एम यू वेलफेयर सोसायटी के अंतर्गत तैयारी करने वाले पांच बच्चों ने एएमयू के प्रवेश परीक्षा में कामयाबी हासिल चुके है।
प्रवेश परीक्षा में कामयाबी हासिल करने वाले कक्षा नवीं के छात्र मुहम्मद साद ने छठा स्थान हासिल किया और छठी कक्षा के छात्र अब्दुल समी, मुहम्मद अज़ीज़ और मुहम्मद आस कामयाब हुए। इसके अलावा मुहम्मद अयान ने भी पहली कक्षा की प्रवेश परीक्षा में कामयाबी हासिल की।
सोसायटी के शिक्षा के ज़िम्मेदार सबील सफ़र ने बताया कि हम यह काम पिछले तीन साल से कर रहे हैं और प्रतापगढ़, आज़मगढ़, उत्तराखंड और बनारस के बच्चे हमारे यहां परीक्षा की तैयारी करते हैं और बड़ी संख्या में कामयाब भी हो रहे हैं।
सोसायटी की तरफ़ से बच्चों की कोचिंग के अलावा उनके रहने एवम खाने पीने की भी पूर्ण व्यवस्था की जाती है।