शिवसेना नेता संजय राउत ने भी इसकी पुष्टि कर दी है कि पार्टी के कुछ विधायकों और एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है। राउत ने कहा, "शिवसेना के कुछ विधायकों और एकनाथ शिंदे फिलहाल संपर्क में नहीं हैं। एमवीए सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बीजेपी को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है।"
संजय राउत ने इस बात को लेकर विश्वास जताया कि शिवसेना के सभी विधायक वापस लौट आएंगे। उन्होंने कहा, "मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है। लेकिन वे निश्चित रूप से लौटेंगे, क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा।"
विधायकों की संख्या को लेकर शिवसेना ने पुष्टि नहीं की
यह घटनाक्रम शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के गठबंधन एमवीए को खटक सकता है, क्योंकि माना जाता है कि शिवसेना के कुछ विधायक शिंदे के संपर्क में हैं। पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि शिंदे कुछ विधायकों के साथ गुजरात में हो सकते हैं। उन्होंने उन विधायकों की संख्या और उनके विवरण का खुलासा नहीं किया जो शिंदे के साथ हो सकते हैं। शिंदे का मुंबई के कुछ उपनगरों में प्रभाव है।
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को राज्य विधान परिषद में 10 सीटों के चुनाव में पांच उम्मीदवार उतारे थे और पार्टी ने सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार एवं दलित नेता चंद्रकांत हांडोर हार गए। इस महीने की शुरुआत में हुए राज्यसभा चुनावों के बाद एमवीए के लिए यह एक और झटका था। शिवसेना और राकांपा के दो-दो उम्मीदवार जीते, जबकि कांग्रेस सिर्फ एक सीट हासिल करने में सफल रही।