भारतीय महिला टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया. साउथ अफ्रीका के पोचेफस्ट्रूम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को आठ विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही टीम इंडिया इस टूर्नामेंट को जीतने वाला पहला टीम बन गई.
भारतीय खिलाड़ियों ने इस जीत से करोड़ों फैन्स को झूमने पर मजबूर कर दिया है. देखा जाए तो टीम इंडिया को चैम्पियन बनाने में सभी खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई. लेकिन कुछ खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा. आइए जानते हैं ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में।
1. शेफाली वर्मा: कप्तान शेफाली वर्मा ने पूरे टूर्नामेंट में ऑलराउंड खेल दिखाया. शेफाली वर्मा ने सात मुकाबलों में 24.57 की औसत से 172 रन बनाए थे जिसमें एक अर्धशतक शामिल थे. शेफाली ने गेंद के साथ ही बेजोड़ कप्तानी का भी नजारा पेश किया. शेफाली अब वूमेन्स टी20 वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लेंगी जो साउथ अफ्रीका में अगले महीने होने जा रहा है.
2. श्वेता सेहरावत: श्वेता सेहरावत फाइनल में भले ही पांच रन बना पाईं, लेकिन टीम को खिताबी मुकाबले तक ले जाने में उनका अहम रोल रहा. ओपनर श्वेता सेहरावत ने सात मुकाबलों में 99 की अद्भुत औसत से 297 रन बनाए जिसमें तीन अर्धशतक शामिल थे. श्वेता इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली प्लेयर रहीं.
3. पार्श्वी चोपड़ा: स्पिनर पार्श्वी चोपड़ा भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज रहीं. पार्श्वी ने 6 मुकाबले खेलकर सात की औसत से 11 विकेट चटकाए. देखा जाए तो पूरे टूर्नामेंट में पार्श्वी से ज्यादा विकेट ऑस्ट्रेलिया की मैगी क्लार्क ने चटकाए. फाइनल मैच में भी पार्श्वी ने दो खिलाड़ियों को आउट किया था.
4. मन्नत कश्यप: बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाज मन्नत कश्यप का प्रदर्शन भी काफी शानदार रहा. मन्नत कश्यप ने 6 मैचों में 10.33 के एवरेज से 9 विकेट चटकाए. फाइनल मैच में भी मन्नत ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए कुल 13 रन देकर एक विकेट लिया.
5. अर्चना देवी: भारतीय टीम की जीत में स्पिन गेंदबाजों का अहम रोल रहा. 18 साल की अर्चना देवी ने भी इस दौरान अहम भूमिका निभाई. अर्चना देवी ने सभी सात मैचों में भाग लिया और इस दौरान कुल आठ विकेट हासिल किए. फाइनल मैच में भी अर्चना ने दो विकेट चटकाकर इंग्लैंड को शुरुआती झटके दिए.