राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस : राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद इसी तरह के और भी कदम उठा सकते है. भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम चरण में राहुल गांधी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के आगे के भी प्लान हैं. भारत जोड़ो यात्रा तो छोटा कदम है. मेरे दिमाग में इससे बड़ी चीज़ें हैं, जिसके बारे में सोचेंगे. अभी चार हज़ार किलोमीटर चले हैं. यात्रा से हम काफी कुछ सीखे हैं. आगे के प्लान के बारे में अभी तुरंत कुछ कहना मुश्किल होगा. राहुल गांधी ने कहा कि ये यात्रा सिर्फ दो धर्मों को करीब लाने के लिए नहीं थी, बल्कि हर किसी को एक दूसरे को समझने और करीब लाने के लिए थी. भाईचारे के लिए थी. कश्मीर के हालात अच्छे नहीं हैं. एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू कश्मीर की हालत इतनी अच्छी है जो अमित शाह जम्मू से लाल चौक तक यात्रा क्यों नहीं करते. राहुल गांधी ने यहां चीन को लेकर भी बात की और कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ही सिर्फ ऐसे व्यक्ति हैं, जो कहते हैं कि चीन ने हमारी ज़मीन नहीं ली. जबकि सच्चाई इससे बहुत अलग है. चीन हमारी ज़मीन पर कब्जा कर रहा है.
राजनीतिक दल जनता से दूरी : राहुल गांधी ने कहा कि मेरे मुताबिक देश की जो पोलिटिकल क्लास है, इसमें मैं सबको जोड़ता हूं. इसमें बीजेपी-कांग्रेस और बाकी सब भी हैं. इनके बीच और जनता के बीच दूरी पैदा हो गई थी. कोई कम्युनिकेशन नहीं होता. मेरा आइडिया यही था कि लोगों से मुझे बात करनी थी. उनसे मिलना था. नेताओं और जनता के बीच की दूरी कम करनी थी. मीडिया अपना काम ठीक से नहीं करती. जनता के सवाल और विपक्ष की बात नहीं करती और करती है तो ट्विस्ट कर देती है. असली बात सामने नहीं आती.
कश्मीर के लोगों की मदद की चाह : जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर मैं खुश नहीं हूं. मैंने जो जम्मू कश्मीर में देखा, उससे दुःख हुआ. मैं यहां आया और जब पहली बार कश्मीर में दाखिल हुआ, जो मुझे मेरे पूर्वजों की याद आई, जो यहां से रिश्ता रखते थे. मैं जम्मू कश्मीर के लोगों के प्रति आकर्षित होता हूं. मैं यहाँ खुले दिल से आया. लोगों की मदद खुले दिल से करना चाहता हूं. जितना हो सकता है, मैं यहां के लोगों के लिए करना चाहता हूं.