[मझिगवां मस्जिद ,ब्लॉक मांधाता जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश] |
ग्रामीण शिक्षा विकास कार्य सराहनीय है वो कोई भी किसी भी तरह करे उसे नजरंदाज नही किया जा सकता है ऐसे ही कुछ हुआ है मझिगवां गांव में बच्चे बच्चियों के शिक्षा व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने किया इंतजाम मझिगवां मस्जिद में।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला के ब्लॉक मांधाता के मझिगवां गांव में बहुत ही पुरानी मस्जिद हुआ करती थी एक अरसे से यहां पांच वक्त की नमाज़ हुआ करती है जो मस्जिद एक बड़ी मुस्लिम आबादी के बीच होने के नाते इस मस्जिद के पास में मदरसा कुरानिया इस्लामिया तानवीरुल उलूम दारापुर में है जिसमे एक बड़ी तादाद में मुस्लिम बच्चे बच्चियां को उर्दू अरबी के साथ साथ हिंदी इंग्लिश गणित विज्ञान विषय भी उस्तादों द्वारा पढ़ाया जाता है अक्सर अभिभावकों के पास काम काज और नौकरी के काम काज से छुट्टी नही होती है जिसमें बच्चों के भविष्य पर इसका बुरा असर पड़ता है जिससे उसके पढ़ाई और तालीम हासिल करने की उमर निकल जाती है तो ग्रामीण इलाके होने के नाते या तो वह मजदूरी करना चाहता है या फिर पेट भरने के लिए मुंबई या बाहर शहरों में छोटा मोटा काम करके घर परिवार चलाता है कुछ वक्त बीत जाने पर उसे एहसास भी होता है की वह ज्यादा तालीम ना हासिल कर पाने की वजह से आज छोटे मोटे काम करके जैसे तैसे पेट भरने से भी मोहताज है,जिससे उनके बच्चे भी उच्च शिक्षा और समय पर तालीम की तरफ नही जा पाते हैं इस संदर्भ में बात चीत करते हुए ग्राम निवासी पिताईपुर इंजीनियर इमरान सिद्दीकी का अपना तर्क सबसे बेजोड़ है "शिक्षा के लिए किया गया जतन ही रोजगार का हथियार होता है।" बहुत ही प्रेरणाश्रोत लाइन बोलकर न्यूज रेंज को बधाई देते हुए ग्रामीण शिक्षा विकास के लिए सदैव अग्रणी रहने का हमारा प्रयास होगा ।