क़लम ये गूँगा हो चुका है इसको फिर ज़बान दो.!
और एक
'मैंने इक शमआ जला दी है अंधेरों के ख़िलाफ़
अपनी ऐसी मकबूल शेर और गज़ल से मशहूर और देश विदेश भर की शोहरतें हासिल करने वाले मकबूल शायर शहजादा कलीम प्रतापगढ़ी 28 जनवरी को महुली खामपुर पट्टी प्रतापगढ़ में स्थित आसरा एकेडमी के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगें।